Thursday, May 6, 2010

शादियों की धूम

आखातीज निकट आते ही बाजार ग्राहकी से चहकने लगा है। दिन-भर बाजार मे चहल-पहल से व्यापारियों के चेहरे खिल उठे । हर दुकान पर खरीददारों की भीड़ नजर आ रही है। श्रद्धालु आखातीज को भगवान परशुराम के अवतार दिवस एवं त्रेता युग आरम्भ दिवस के रूप में भी मनाते हैं। इस दिन यहां सहित पूरे मारवाड़ में शादियों की धूम रहेगी। ऎसी मान्यता है कि आखातीज के दिन कोई भी शुभ कार्य शुरू करने से उसका फल अक्षय होता है। खेतीबाड़ी से निवृत होकर किसान वर्ग बाजार में उतर आया है। रंग-बिरंगे परिधान में ग्रामीण महिलाएं अलग ही नजर आ रही हंै। ग्रामीण महिलाएं समूह में खरीददारी कर रही हंै। किराणा, कपड़े, जूते व सौन्दर्य प्रसाधन की दुकानों पर विशेष भीड़ उमड़ने से दुकानों की रौनक ही बदल गई है। व्यापारी भी नए फैशन व गुणवत्ता के प्रति विशेष रूप से ध्यान दे रहे हैं। सावों की तैयारियां आखातीज के सावों की तैयारियां शुरू हो गई हैं। वैवाहिक गीतों पर नृत्य तथा ढोल-थाली की झनकार से पारम्परिक वातावरण बन जाएगा। विवाह के अवसर पर बंदोलियों निकालने की तैयारी है। टैंट व्यवसायी अलग से तैयारी कर रहे हैं। अक्षय तृतीया के दिन रिकॉर्ड शादियों के चलते प्रमुख पंडितों के पास यजमानों की कतार लगने लगी है। बारात के लिए बसें बुक हो रही हंै तो टैंट वालों की भी लॉटरी लग गई है। हलवाई तक पहले से ही बुक हो चुके हैं। कार्ड प्रिंट की दुकानों पर भीड़ लग रही है। इस बार अक्षय तृतीया के पूर्व दिवस पर नौ रेखी सावे का संयोग बना है। पंडितों के अनुसार मई माह मे आखा तीज सहित 15, 20, 21, 22 एवं 28 मई को भी सावों का श्रेष्ठ मुहूर्त है। इसके बाद लगातार 19 जुलाई तक भी सावों के मुहूर्त हंै। कैसा होगा जमानाआखा तीज के दिन ज्योतिषि व ग्रामीण नए धान का पूजन तथा शगुन देख कर अपने-अपने हिसाब से वर्षा व जमाने के बारे में भविष्यवाणियां करेंगे।

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